*कभी कभी…”मजबूत हाथों” से* *पकड़ी हुई “उँगलियाँ”*
*भी छूट जाती हैं..*
*क्योंकि*
*“रिश्ते”…*
*ताकत से नहीं,*
*दिल से निभाये जाते हैं…*
*शुभ प्रभात*
*हर हर महादेव*
*आप का दिन मंगलमय हो*
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