HomeGila-Shikvaटूट गए बचपन के तेरे सारे खिलौने टूट गए बचपन के तेरे सारे खिलौने Prakash modi 1/19/2017 03:15:00 am 0 एक ग़ज़ल तेरे लिए ज़रूर लिखूंगा, बे-हिसाब उस में तेरा कसूर लिखूंगा, टूट गए बचपन के तेरे सारे खिलौने, अब दिलों से खेलना तेरा दस्तूर लिखूंगा। Tags Gila-Shikva Newer Older