हमने ये शाम चराग़ों से सजा...

हमने ये शाम चराग़ों से सजा रक्खी है,
आपके इंतजार में पलके बिछा रखी हैं,
हवा टकरा रही है शमा से बार-बार,
और हमने शर्त इन हवाओं से लगा रक्खी है।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.