HomeLove Shayariआगोश-ए-सितम में ही छुपा ले ... आगोश-ए-सितम में ही छुपा ले ... Prakash modi 1/20/2017 02:07:00 am 0 आगोश-ए-सितम में ही छुपा ले कोई ! तनहा हूँ तड़पने से बचा ले कोई !! सुखी हैं बरी देर से पलकों की जुबान ! बस आज तो जी भर के रुला दे कोई !! Tags Love Shayari Newer Older