HomeGila-Shikvaमैं तो शीशा हूँ टूटना मेरी फ़ितरत है मैं तो शीशा हूँ टूटना मेरी फ़ितरत है Prakash modi 1/19/2017 03:14:00 am 0 मोहब्बत से वो देखते हैं सभी को, बस हम पर कभी ये इनायत नहीं होती, मैं तो शीशा हूँ टूटना मेरी फ़ितरत है, इसलिए मुझे पत्थरों से कोई शिकायत नहीं होती। Tags Gila-Shikva Newer Older