HomeIntezaar Shayariवो रुख्सत हुई तो आँख मिलाकर नहीं गई वो रुख्सत हुई तो आँख मिलाकर नहीं गई Prakash modi 1/20/2017 01:55:00 am 0 वो रुख्सत हुई तो आँख मिलाकर नहीं गई, वो क्यों गई यह बताकर नहीं गई, लगता है वापिस अभी लौट आएगी, वो जाते हुए चिराग़ बुझाकर नहीं गई। Tags Intezaar Shayari Newer Older