अश्कों से नहीं बुझते शोले दर्द-ए-प्यार के

अश्कों से नहीं बुझते शोले दर्द--प्यार के,
मौत भली इस लम्बे इंतजार से,
मरते हैं रोज बिना दीदार--यार के,

तन्हाई अच्छी थी उस बेवफा के प्यार के।

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