HomeHusn Shayariफ़िज़ा में महकती शाम हो तुम फ़िज़ा में महकती शाम हो तुम Prakash modi 1/20/2017 01:46:00 am 0 फ़िज़ा में महकती शाम हो तुम, प्यार में खहकता जाम हो तुम, तुम्हें दिल में छुपाये फिरते हैं, ऐ दोस्त मेरी ज़िंदगी का दूसरा नाम हो तुम। Tags Husn Shayari Newer Older