(1) रोगी- डॉक्टर साहब! मैं ठीक तो हो जाऊँगा ना... । सुना है कई डॉक्टर मलेरिया का इलाज करते हैं तो मरीज टाइफाइड से मर जाता है।
डॉक्टर- तुम चिंता मत करो! मैं जब मलेरिया का इलाज करता हूँ तो मरीज मलेरिया से ही मरता है।
(2) पहला दोस्त (दूसरे से)- तुम यह चाकू क्यों उबाल रहे हो?
दूसरा- सुसाइड करने के लिए...।
पहला- तो फिर उबालने की क्या जरूरत है?
दूसरा- मरने के बाद कहीं इन्फेक्शन न हो जाए इसलिए।
(3) बॉस (लेडी कर्मचारी से)- आज ऑफिस में देर से आने का तुमने क्या बहाना ढूँढा है?
नीतू- नहीं बॉस! आज मैं इतनी तेज दौड़ कर आई कि बहाना सोचने का मौका ही नहीं मिला।
(4) चिंटू और बिट्टू चोरी करने बैंक गए, वहाँ उन्हें दो बैग मिले। दोनों ने एक-एक बैग बाँट लिया।
कुछ दिन बाद...
चिंटू- तुम्हें उस बैग में क्या मिला?
बिट्टू- पाँच लाख रुपए। मजे कर रहा हूँ.., तुम्हारे बैग में क्या निकला?
चिंटू- कुछ ज्यादा नहीं, खूब बिल निकले हैं, एक-एक करके चुका रहा हूँ।
(5) रमन ने अपनी प्रेमिका से कहा- मैं उस युवती से शादी करूँगा, जो मेहनती हो, सादगी से रहती हो, घर को सँवार कर रखती हो और आज्ञाकारी भी हो।
प्रेमिका ने मुस्कुराते हुए कहा- आज शाम तुम मेरे घर आ जाना, ये सारे गुण मेरी नौकरानी में हैं।
डॉक्टर- तुम चिंता मत करो! मैं जब मलेरिया का इलाज करता हूँ तो मरीज मलेरिया से ही मरता है।
(2) पहला दोस्त (दूसरे से)- तुम यह चाकू क्यों उबाल रहे हो?
दूसरा- सुसाइड करने के लिए...।
पहला- तो फिर उबालने की क्या जरूरत है?
दूसरा- मरने के बाद कहीं इन्फेक्शन न हो जाए इसलिए।
(3) बॉस (लेडी कर्मचारी से)- आज ऑफिस में देर से आने का तुमने क्या बहाना ढूँढा है?
नीतू- नहीं बॉस! आज मैं इतनी तेज दौड़ कर आई कि बहाना सोचने का मौका ही नहीं मिला।
(4) चिंटू और बिट्टू चोरी करने बैंक गए, वहाँ उन्हें दो बैग मिले। दोनों ने एक-एक बैग बाँट लिया।
कुछ दिन बाद...
चिंटू- तुम्हें उस बैग में क्या मिला?
बिट्टू- पाँच लाख रुपए। मजे कर रहा हूँ.., तुम्हारे बैग में क्या निकला?
चिंटू- कुछ ज्यादा नहीं, खूब बिल निकले हैं, एक-एक करके चुका रहा हूँ।
(5) रमन ने अपनी प्रेमिका से कहा- मैं उस युवती से शादी करूँगा, जो मेहनती हो, सादगी से रहती हो, घर को सँवार कर रखती हो और आज्ञाकारी भी हो।
प्रेमिका ने मुस्कुराते हुए कहा- आज शाम तुम मेरे घर आ जाना, ये सारे गुण मेरी नौकरानी में हैं।