ऐ दस्तूर-ए-मोहब्बत

 दस्तूर--मोहब्बत,
जरा देख तो मेरा रोना,
था दिल के जो करीब,
था उसी को हमसे दूर होना,
जिसको खोने से डरते थे,
उसी को पड़ा आज खोना।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.