HomeGila-Shikvaज़िंदगी हमारी यूँ सितम हो गयी ज़िंदगी हमारी यूँ सितम हो गयी Prakash modi 1/19/2017 03:17:00 am 0 ज़िंदगी हमारी यूँ सितम हो गयी, ख़ुशी ना जाने कहाँ दफ़न हो गयी, बहुत लिखी खुदा ने लोगों की मोहब्बत, जब आयी हमारी बारी तो स्याही ही ख़त्म हो गयी। Tags Gila-Shikva Newer Older