(१) पति- इस किताब में लिखा है कि मर्द एक दिन में हद से हद दो हजार शब्द बोलते हैं जबकि स्त्रियाँ प्रतिदिन चार हजार शब्द बोलती हैं!
पत्नी- वह इसलिए कि स्त्रियों को हर बात दोहरा कर कहनी पड़ती है!
पति- क्या? क्या कहा तुमने?
पत्नी- यही कि मेरी कहीं बात सिद्ध हो गई!
(२) बेटी (मम्मी से)- क्या दुल्हन के बगैर भी मैरिज हो सकती है?
माँ- नहीं तो! ऐसा कैसे संभव है?
बेटी- डैडी ने जो भैया की शादी लिस्ट बनाई है उसमें टीवी, कूलर, फ्रीज, कार, गोल्ड सबकुछ तो है पर दुल्हन का नाम नहीं है!
(३) ज्योतिषी (महिला से)- क्या आप अपने पति का भविष्य जानना चाहती हैं?
महिला- जी नहीं, आप केवल उनका अतीत बता दीजिए। भविष्य तो मेरे हाथ में है!
(४) रमन (डैडी से)- डैडी! गुरु की आज्ञा का पालन हमेशा करना चाहिए ना!
डैडी- हाँ बेटा! जरूर...
रमन- तो फिर मेरे गुरु कहते हैं इस वर्ष भी मैं पिछली क्लास में अध्ययन करूँ!
(५) अध्यापक (छात्र से)- तुममें कुछ कमियाँ है। उसको सुधार लो!
चिंटू- अगले दिन कोट-पैंट पहनकर स्कूल पहुँच जाता है!
अध्यापक- ये सब क्या है?
चिंटू- रेमण्ड..! द कम्पलीट मैन..
पत्नी- वह इसलिए कि स्त्रियों को हर बात दोहरा कर कहनी पड़ती है!
पति- क्या? क्या कहा तुमने?
पत्नी- यही कि मेरी कहीं बात सिद्ध हो गई!
(२) बेटी (मम्मी से)- क्या दुल्हन के बगैर भी मैरिज हो सकती है?
माँ- नहीं तो! ऐसा कैसे संभव है?
बेटी- डैडी ने जो भैया की शादी लिस्ट बनाई है उसमें टीवी, कूलर, फ्रीज, कार, गोल्ड सबकुछ तो है पर दुल्हन का नाम नहीं है!
(३) ज्योतिषी (महिला से)- क्या आप अपने पति का भविष्य जानना चाहती हैं?
महिला- जी नहीं, आप केवल उनका अतीत बता दीजिए। भविष्य तो मेरे हाथ में है!
(४) रमन (डैडी से)- डैडी! गुरु की आज्ञा का पालन हमेशा करना चाहिए ना!
डैडी- हाँ बेटा! जरूर...
रमन- तो फिर मेरे गुरु कहते हैं इस वर्ष भी मैं पिछली क्लास में अध्ययन करूँ!
(५) अध्यापक (छात्र से)- तुममें कुछ कमियाँ है। उसको सुधार लो!
चिंटू- अगले दिन कोट-पैंट पहनकर स्कूल पहुँच जाता है!
अध्यापक- ये सब क्या है?
चिंटू- रेमण्ड..! द कम्पलीट मैन..