कसूर क्या हुआ... ,Hindi Poems

कसूर क्या हुआ ऐसा हमे तो बता दीजिये
प्यार को हमारे यु ना सजा दीजिये

रुसवा ना करे प्यार को हमारे
बहारो को भी यु ना सजा दीजिये

कई रातो से नहीं सोया
सपनो को भी यु ना सजा दीजिये

चांदनी भी है खफा
क्यूँ चाँद को तो बता दीजिये

तोलते हो प्यार को कीस मोल के हिसाब
रहने दो बस मोल तो बता दीजिये

वफ़ा वक़्त कि ना सही
हमे बेवफा तो ठैरा दीजिये

चले थे साथ-साथ जो प्यार कि राह
अब मंजिल है कहाँ यह तो बता दीजिये

मांगेगी फिजाये बरसो तलक यह हिसाब
हिसाब करना तो एक बार समझा दीजिये

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