HomeHusn Shayariएक मुक़्क़मल शायरी है तू कुदरत की एक मुक़्क़मल शायरी है तू कुदरत की Prakash modi 1/20/2017 01:28:00 am 0 तेरी सादगी को निहारने का दिल करता है, तमाम उम्र तेरे नाम करने को दिल करता है, एक मुक़्क़मल शायरी है तू कुदरत की, तुझे ग़ज़ल बना कर जुबां पर लाने को दिल करता है। Tags Husn Shayari Newer Older